गोरखपुर
माफिया विनोद उपाध्याय पर शिकंजा कसने लगा है, इसके साथ ही पुराने मामले भी उभर कर आने लगे हैं। माफिया के खिलाफ गुलरिहा में जमीन हड़पने और रंगदारी का केस अभी दर्ज हुआ ही था कि शाहपुर थाने में उसके और उसके भाई के खिलाफ 43 डिसमिल जमीन और 1.16 करोड़ रुपये हड़पने का भी केस दर्ज हो गया है। गुलरिहा के बाद शाहपुर में दूसरा केस दर्ज होने के साथ ही माफिया विनोद पर इनाम की रकम भी बढ़ाकर 50 हजार अब रुपये कर दी गई है। वहीं, विनोद की तलाश में एसएटीएफ भी लगी हुई है।
बुजुर्ग रामहरख ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि उनके पास 1.92 एकड़ जमीन थी जिसे जीडीए ने 1991 में अधिग्रहीत कर लिया था। उन्होंने जीडीए के अफसरों से गुहार लगाई कि उनके पास इसके अलावा कोई और जमीन नहीं है। जीडीए के अफसर विकास शुल्क लेकर और मुआवजा न लेने की शर्त पर 43 डिस्मिल जमीन छोड़ने को तैयार हो गए।
रामहरख का आरोप लगाया कि इसकी जानकारी जब बशारतपुर शक्ति नगर निवासी माफिया विनोद को हुई तो 2 अप्रैल 2005 को वह उन्हें जबरन उठवा ले गया और 43 डिस्मिल जमीन का 60 हजार कीमत में अपने सगे भाई जयप्रकाश के नाम पर रजिस्टर्ड सेल एग्रीमेंट करा लिया। इसमे फर्जी तरीके से पांच हजार एडवांस दिखाकर बाकी 55 हजार छह माह में देने और बैनामा करने को कहा गया। रामहरख ने बताया कि उन्हें एक भी पैसा नहीं मिला और फर्जी अंगूठा लगाकर 5 अलग-अलग तिथि में 55 हजार रुभुगतान भी दिखा दिया।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि विनोद और उसके भाई जय प्रकाश उपाध्याय के खिलाफ शाहपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। उसकी तलाश में टीमें लगी हैं। पब्लिक से अपील है कि अगर किसी को भी माफिया ने त्रस्त किया है या उनकी जमीन मकान पर कब्जा किया वह पुलिस में अपनी शिकायत कर सकते हैं। न सिर्फ उनका केस दर्ज किया जाएगा बल्कि अगर उन्हें सुरक्षा की जरूरत होगी तो वह भी दी जाएगी।