लखनऊ
लखनऊ में सम्पत्ति मालिक के निधन की दशा में अब उनके आश्रितों के नाम दाखिल खारिज आसानी से होगा। सभी भाई बहन के सहमत होने पर जिसके नाम चाहेंगे उसके नाम अकेले दाखिल खारिज हो जाएगा। पहले सभी के नाम दाखिल खारिज होता था। बाद में अन्य भाई बहन जिसे चाहते थे उसे अपने हिस्से की सम्पत्ति गिफ्ट डीट करते थे।
एलडीए बोर्ड में फैसले के बाद नई व्यवस्था लागू की गई है। पहले पिता के निधन पर जितने भी भाई बहन होते थे सभी के नाम दाखिल खारिज होता था। भले सभी भाई बहन किसी एक नाम दाखिल खारिज करने का शपथ पत्र देते थे। फिर एलडीए उसे नहीं मानता था। सबके नाम दाखिल खारिज किया जाता था। बाद में अन्य भाई बहन जिसको चाहते थे उस भाई या बहन को गिफ्ट डीट करते थे। इससे अनावश्यक लोगों का पैसा खर्च होता था और भाग दौड़ करनी पड़ती थी। लेकिन अब सभी को प्रभारी अधिकारी सम्पत्ति के सामने बयान देना होगा। बयान में अगर सभी किसी एक भाई या बहन के पक्ष में कहते हैं तो शपथ पत्र देने के साथ उसके नाम दाखिल खारिज हो जाएगा।