खेल

मोरक्को फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम

दोहा

फीफा वर्ल्ड कप में मोरक्को का शानदार सफर समाप्त हो चुका है. बुधवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में मोरक्को को फ्रांस के खिलाफ 0-2 से हार का सामना करना पड़ा. अब 18 दिसंबर को होने वाले फाइनल मुकाबले में फ्रांस का सामना अर्जेंटीना से होगा. लियोनेल मेसी की कप्तानी वाली अर्जेंटीना ने क्रोएशिया को हराकर फाइनल मुकाबले में जगह बनाई है. उधर, मोरक्को की टीम अब तीसरे स्थान के मुकाबले में शनिवार (17 दिसंबर) को क्रोएशिया का सामना करेगी.

मोरक्को ने पूरी दुनिया को चौंकाया
इस हार के बावजूद वर्ल्ड नंबर-22 मोरक्को की टीम की तारीफ करनी पड़ेगी. टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले शायद किसी को उम्मीद नहीं होगी कि मोरक्को की टीम सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब होगी. इसके पीछे की वजह भी थी क्योंकि मोरक्को इस वर्ल्ड कप से पहले कभी क्वार्टर फाइनल में भी नहीं पहुंच पाई थी, लेकिन मोरक्को ने दुनिया को चौंकाते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है. मोरक्को फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम रही. मोरक्को से पहले कैमरून (1990), सेनेगल (2002) और घाना (2010) ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी.

सेमीफाइनल में किस्मत का नहीं मिला साथ!
रैंकिंग और रिकॉर्ड के मामले में फ्रांस की टीम मोरक्को से काफी आगे थी, लेकिन मोरक्को ने ऐसा खेल दिखाया जिससे फ्रांसीसी खिलाड़ी भी हैरत में थे. देखा जाए तो केवल लक ने मोरक्को का साथ नहीं दिया. खेल के 27वें मिनट में मोरक्को को शायद पेनल्टी मिलनी चाहिए थी क्योंकि थियो हर्नांडेज ने सोफियान बाउफल को गिरा दिया था. लेकिन मोरक्को की पेनल्टी अपील मंजूर नहीं की गई. साथ ही बाउफल को येलो कार्ड भी मिला. मुकाबले के लगभग 62 प्रतिशत समय तक गेंद पर मोरक्को के खिलाड़ियों का ही कब्जा रहा. इससे मोरक्को के खेल का अंदाजा लगाया जा सकता है. भले ही मोरक्को ने कोई गोल नहीं दागा, लेकिन उसने फ्रांस के बराबर ही तीन मौके पर गोलपोस्ट पर ऑन टारगेट शॉट लिया.

छाए रहे मोरक्कन टीम के ये पांच खिलाड़ी
मोरक्को की मौजूदा टीम के काफी खिलाड़ी फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड जैसे देशों में बसे हुए हैं ,लेकिन फिर भी वे मोरक्को के लिए खेलते हैं. इन खिलाड़ियों में हाकिम जिएच, सोफियान अमराबात, सोफियान बाउफल,अशरफ हकीमी और यासिन बोनो का नाम शामिल है. इन पांचों खिलाड़ियों ने ही पूरे टूर्नामेंट में मोरक्को के लिए शानदार खेल दिखाया. वैसे मोरक्को के शानदार प्रदर्शन में टीम के नए कोच वालिद रेगरागुई की भी तारीफ करनी होगी. वालिद रेगरागुई को इसी साल अगस्त में टीम का कोच नियुक्त किया गया था.

बेल्जियम-पुर्तगाल और स्पेन को किया चित
फ्रांस के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले से पहले मोरक्को ने सिर्फ एक गोल खाया था, जो कनाडा के खिलाफ सेल्फ गोल था. यानी कि कोई विपक्षी टीम का प्लेयर मोरक्कन डिफेंस को भेदने में नाकाम रहा था. सेमीफाइनल से पहले मोरक्को ने पांच मैच खेले थे, जिसमें से उसे चार में जीत मिली थी वहीं एक मैच ड्रॉ रहा था. इन चार में से मोरक्को ने तीन जीत ऊंची रैंक वाली टीमों बेल्जियम, स्पेन और पुर्तगाल के खिलाफ हासिल की थी. मोरक्को के प्रदर्शन से भारत जैसी टीम सीख ले सकती है जो अबतक फुटबॉल वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले पाई है.

मोरक्को का वर्ल्ड कप 2022 में ऐसा रहा प्रदर्शन
ग्रुप मैच vs क्रोएशिया 0-0 से ड्रॉ
ग्रुप मैच vs  बेल्जियम 2-0 से जीत
ग्रुप मैच vs  कनाडा 2-1 से जीत
प्री-क्वार्टर फाइनल vs  स्पेन 3-0 से जीत (शूटआउट)
क्वार्टर फाइनल vs पुर्तगाल 1-0 से जीत
सेमीफाइनल vs फ्रांस 0-2 से हार

KhabarBhoomi Desk-1

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