कोलकाता
देश में जल्द ही पानी के नीचे भी यात्री अब ट्रेन के सफर का आनंद ले सकेंगे। कोलकाता में 9 अप्रैल 2023 को कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC ) भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल का परीक्षण करने की तैयारी कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कोलकाता में जिस अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन का परीक्षण किया जा रहा है,
वह हुगली नदी के पूर्वी तट पर एस्प्लेनेड और पश्चिमी तट पर हावड़ा मैदान को जोड़ती है। हावड़ा मेट्रो स्टेशन जमीनी स्तर से 33 मीटर नीचे देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन है।
दरअसल, कोलकाता में पानी के अंदर चलने वाली भारत की पहली ट्रेन परियोजना लगभग पूरी हो गई है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि मेट्रो को कोलकाता में जल्द ही चालू कर दिया जायेगा। गोयल ने अपनी ट्वीट में कहा, 'भारत की पहली अंडर वॉटर ट्रेन शीघ्र ही कोलकाता में हुगली नदी के नीचे चलना आरंभ होगी।
उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का उदाहरण यह ट्रेन देश में निरंतर हो रही रेलवे की प्रगति का प्रतीक है। इसके बनने से कोलकाता निवासियों को सुविधा, और देश को गर्व का अनुभव होगा।'
भारत की पहली अंडर वॉटर ट्रेन शीघ्र ही कोलकाता में हुगली नदी के नीचे चलना आरंभ होगी। उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का उदाहरण यह ट्रेन देश में निरंतर हो रही रेलवे की प्रगति का प्रतीक है।
इसके बनने से कोलकाता निवासियों को सुविधा, और देश को गर्व का अनुभव होगा।
2009 से चल रहा है काम
बता दें कि 16 किलोमीटर लंबी कोलकाता मेट्रो परियोजना साल्ट सेक्टर 5 को हावड़ा मैदान से कनेक्ट करेगी। साल्ट लेक सेक्टर -5 को साल्ट लेक स्टेडियम से जोड़ने वाली फेज-1 परियोजना को जल्द ही चालू किया जायेगा। भारत में पहली बार नदी के नीचे ट्रांसपोर्ट टनल बनाई गई है। यहां अप और डाउन लाइन पर दो सुरंगें बनाई गई हैं।
सुरंग को पानी के रिसाव से बचाने के लिए चार स्तर के सुरक्षा कवच बनाए गए हैं। इस सुरंग में 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से मेट्रो ट्रेन चलेेेेगी। इस प्रोजेक्ट पर साल 2009 से काम चल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि 2021 में यह पूरी लाइन शुरू हो जाएगी।