वाशिंगटन
दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट-फूड कंपनियों में एक मैकडॉनल्ड्स अमेरिका में अपने सभी स्टोर अस्थायी रूप से बंद करने जा रहा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि यह इसी सप्ताह होने वाला है क्योंकि कपंनी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर रही है। कंपनी ने हाल ही में अपने सभी कर्मचारियों को सोमवार से बुधवार तक घर से काम शुरू करने के लिए पिछले सप्ताह ई-मेल भेजा था। रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार तक छंटनी की घोषणा की जा सकती है। बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी झेल रही कंपनी ने यह कदम उठाने का फैसला लिया है। इससे पहले दिग्गज कंपनियां गूगल, अमेजन, फेसबुक और ट्विटर भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, मैकडॉनल्ड्स ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि वह छंटनी के बारे में वर्चुअली खबर पहुंचा सके। यह स्पष्ट नहीं है कि कितने कर्मचारियों को निकाला जाएगा। मैकडॉनल्ड्स ने ई-मेल में लिखा था, "3 अप्रैल के सप्ताह के दौरान, हम पूरे संगठन में भूमिकाओं और कर्मचारियों के स्तर से संबंधित प्रमुख निर्णयों के बारे में सूचित करेंगे।"
कर्मचारियों को इस सप्ताह होने वाली सभी व्यक्तिगत बैठकों को रद्द करने के लिए भी कहा गया है। दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट-फूड कंपनी ने जनवरी में कहा था कि वह व्यापार रणनीति के हिस्से के रूप में कॉर्पोरेट स्टाफिंग स्तर की समीक्षा करेगी, जिससे कुछ क्षेत्रों में छंटनी हो सकती है और अन्य में विस्तार हो सकता है। बुधवार तक छंटनी की घोषणा होने की उम्मीद है।
वैश्विक मंदी झेल रही कंपनी
मैकॉनल्ड्स ने अपने कर्मचारियों की छंटनी का फैसला इसलिए लिया है क्योंकि इनदिनों कई दिग्गज कंपनियां वैश्विक आर्थिक मंदी और बढ़ती महंगाई का सामना कर रही हैं। मुकाबला करने की कोशिश कर रही हैं। Google, Amazon, और Facebook सहित कई तकनीकी दिग्गजों ने हाल ही में कर्मचारियों की छंटनी की है।
अमेरिकी टेक कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में भारतीय भी शामिल हैं। अस्थायी वीजा पर अमेरिका में रह रहे सैकड़ों कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं और उनके पास नया वीजा खोजने के लिए बहुत कम समय बचा है। बता दें कि H-1B वीजा धारक जो बेरोजगार हो जाते हैं, नई कंपनी में नौकरी ढूंढने के लिए वो अमेरिका में कानूनी तौर पर सिर्फ 60 दिन और रह सकते हैं।