भोपाल
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी ने अपने ताप विद्युत गृहों के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में कोयले की सर्वाधिक मात्रा प्राप्त करने का रिकार्ड बनाया है। वित्तीय वर्ष में कंपनी के ताप विद्युत गृहों को कुल 193 लाख मीट्रिक टन कोयला प्राप्त हुआ है। यह अनुबंधित मात्रा का लगभग 83 प्रतिशत है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कोयला आपूर्ति से संबद्ध अधिकारियों, अभियंताओं एवं कार्मिकों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
ज्यादा कोयला मिलने से सर्वाधिक ताप विद्युत उत्पादन हुआ संभव
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों के लिए केन्द्र सरकार की कोयला कंपनियों- साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल), वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) एवं नॉर्थन कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) द्वारा अनुबंध के अनुसार कोयला प्रदान किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में पावर जनरेटिंग कंपनी के द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप विद्युत उत्पादन के लिये आवश्यक कोयले की अनुमानित मात्रा लगभग 200 लाख मीट्रिक टन थी, जिसके सापेक्ष लगभग 97 प्रतिशत मात्रा प्राप्त हुई। समुचित मात्रा में कोयला प्राप्त होने से कंपनी के ताप विद्युत गृहों से सर्वाधिक विद्युत उत्पादन किया जाना संभव हुआ।
आपसी सामंजस्य से अधिक कोयले की आपूर्ति हुई संभव
वित्तीय वर्ष 2021-22 में सम्पूर्ण देश में कोयले की उपलब्धता में काफ़ी कमी महसूस की गई थी। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों में कोयले की आपूर्ति में केन्द्र सरकार के कोयला मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, भारतीय रेल एवं कोयला कंपनियों के मध्य समुचित सामंजस्य स्थापित कर वित्तीय वर्ष 2022-23 में ज्यादा कोयले की आपूर्ति संभव हो पाई।