छत्तीसगढ़

प्लेट मिल में हैवी प्लेटों के उत्पादन को बढाने इन हाउस प्रोजेक्ट का शुभारंभ

भिलाई
भिलाई इस्पात संयंत्र के प्लेट मिल में शनिवार को हेवी प्लेट के उत्पादन को बढ़ाने के लिए आंतरिक संसाधनों से निर्मित व विस्तारित सुविधा का शुभारम्भ संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने किया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार एवं प्लेट मिल के मुख्य महाप्रबंधक आर के बिसारे उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि उत्पादन बढ़ाने के लिए प्लेट मिल ने हेवी प्लेटों के उत्पादन के लिए संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता और कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार के मार्गदर्शन तथा मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) आर के बिसारे के नेतृत्व में आंतरिक संसाधनों से इस नई सुविधा का विकास किया है।

इस महत्वपूर्ण नई सुविधा के कार्य को मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) आर के बिसारे के नेतृत्व में टीम प्लेट मिल द्वारा विशेष रूप से हेवी प्लेटों को हैंडल करने के लिए कूलिंग बेड-5 के चार्जिंग साइड रोल टेबल को 15 मीटर तक बढ़ाया गया। विस्तारित रोल टेबल से चुंबक के साथ प्लेटों को उठाने और शिपिंग बे में आगे की फिनिशिंग के लिए ट्रेलर तक ले जाने के लिए नए बूम का निर्माण किया गया। शिपिंग बे में प्लेटों के गैस कटिंग के लिए एक बेड पूर्ण यूटी सुविधाओं के साथ इंस्पेक्शन बेड स्थापित किया गया जिससे हेवी प्लेटों के उत्पादन और प्रेषण के कार्य को निर्बाध रूप से शीघ्र पूर्ण किया जा सके। इन सुविधाओं को केवल 45 दिनों के रिकॉर्ड समय में हासिल किया गया। 14 जनवरी  को बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने सुविधाओं का उद्घाटन किया और सुविधाओं को आॅपरेशन के लिए समर्पित किया। इसके अलावा उन्होंने रिकॉर्ड समय में चुनौती को पूरा करने में शॉप मैकेनिकल, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, ईडीडी, स्ट्रक्चरल शॉप और एमएआरएस के अनुकरणीय प्रयासों की भी सराहना की है।

उल्लेखनीय है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की प्लेट मिल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुकूल गुणवत्ता वाली प्लेट बनाने के लिए दुनिया भर में जानी जाती है। प्लेट मिल वर्तमान में 10 मिमी से 120 मिमी मोटाई की प्लेटों का उत्पादन करती है। प्लेट मिल ने भारतीय नौसेना और गगनयान अंतरिक्ष मिशन के लिए विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के लिए भी विशेष प्लेटों की आपूर्ति की है। जैसे-जैसे ऊंची संरचनाओं के साथ बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी आई है, बाजार में हेवी प्लेटों यानी 40 मिमी से अधिक मोटाई वाले प्लेटों की मांग बढ़ी है। इसके अलावा हेवी प्लेट में प्रति टन बेहतर एनएसआर प्राप्त होता है, घरेलू और निर्यात बाजार में बढ़ते अवसरों का लाभ उठाने हेतु बिसारे के नेतृत्व में टीम प्लेट मिल ने हेवी प्लेटों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग विकसित किया है। वर्तमान में प्लेट मिल आम तौर पर प्रति माह 10000 टन हेवी प्लेटों का उत्पादन कर रही है। इस सुविधा के साथ बाजार की बढ़ते मांगों को पूरा करने में मदद मिलेगी।

KhabarBhoomi Desk-1

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