नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने रविवार दोपहर अहम बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने रैपिड टेस्ट किट खरीदी में घोटाला किया है। उन्होंने बीते विधानसभा सत्र में सरकार की तरफ से पेश आंकड़ों का हवाला देते हुए यह बात कही। विधानसभा में सरकार ने जवाब दिया था कि रैपिड किट की खरीदी कब और कितने दामों में की गई। इसमें दी गई राशि का आंकलन करते हुए कौशिक ने कहा कि जून 2020 से सितंबर 2021 के बीच अलग-अलग दामों पर खरीदी हुई है। कभी बढ़ी कीमत पर कभी कम कीमत पर इसमें 28 गुना का अंतर है।
कौशिक ने आगे बताया कि 13 अप्रैल को 36 रुपए प्रति किट की दर से खरीदी हुई। 19 अप्रैल को 89 रुपए प्रति किट के हिसाब से खरीदी की गई। 36 रुपए के हिसाब से 5 करोड़ की खरीदी हुई। 89, 78 और 63 रुपए जैसे अलग-अलग दर में 25 करोड़ की खरीदी की। यहीं 20 करोड़ की गड़बड़ी उजागर होती है। जिस कंपनी ने सप्लाई की उसने दूसरे राज्यों को कम रेट में भी सप्लाई की। पता नहीं यह स्वास्थ्य मंत्री को पता है या नहीं, यह विधानसभा में सरकार का पेश किया जवाब है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने इन दरों के आधार पर कहा है कि किट खरीदी में बड़ी गड़बड़ी हुई है।
केंद्र की मदद पर राज्य ने लूटी शाबाशियां
केंद्र सरकार के द्वारा कोविड काल में मुफ्त राशन दिया गया, कई तरह की सामग्री और रुपए दिए गए। बड़ी सहयोग राशि केंद्र अब राज्य सरकार को फिर से दे रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पीएम नरेंद्र मोदी के दम पर वाहवाही लूट रहे हैं। इनका यहां कोई आधार नहीं है। पंचायतों के काम ठप हैं। गांवों में सड़कें राज्य सरकार नहीं बनवा पा रही क्योंकि पैसे नहीं है। सिर्फ केंद्र की मदद के भरोसे ही वाहवाही लूटने का काम हाे रहा है।
कांकेर। केंद्र सरकार के आज देशभर के किसान यूनियनों ने भारत बंद कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन को कांग्रेस, RJD, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और लेफ्ट पार्टियों के साथ अब माओवादियों का भी समर्थन मिल रहा है।
इसी कड़ी में नक्सलियों ने सोमवार को भारत बंद का समर्थन किया है। नक्सलियों ने समर्थन करने का ऐलान करते हुए छत्तीसगढ़ के नक्सली प्रभावित जिले कांकेर के आमाबेड़ा क्षेत्र में बैनर व पोस्टर लगाए गए हैं।
वहीं नक्सलियों ने बैनर के माध्यम से यह भी कहा कि यदि केंद्र सरकार इस कृषि विरोधी कानून को रद्द नहीं करती तो इस आंदोलन को जारी रखना चाहिए।
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है व जनता पर गोली बरसाने वाला नरेंद्र मोदी गद्दी छोड़ने की बात बैनर में लिखी गई है। आमाबेड़ा बाजार के लारियों में और मार्गो में भी बैनर लगाए गए हैं।
हार्ट अटैक आने से किसान की गई जान : पुलिस
बता दें किसानो के विरोध-प्रदर्शन के बीच एक बड़ी खबर दिल्ली-सिंघु बॉर्डर से मिली है। दरअसल यहां प्रदर्शन के दौरान एक किसान की मौत हो गई है। पुलिस का कहना है कि हार्ट अटैक आने से किसान की जान गई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद इसे लेकर ज्यादा जानकारी दी जा सकेगी।
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