
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कहा कि टोक्यो ओलिंपिक में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से प्रेरित होकर सरकार 2024 और 2028 खेलों को ध्यान में रखते हुए टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (TOPS) के आकार और दायरे का विस्तार करेगी।
टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित के कार्यक्रम में भारतीय ओलिंपिक संघ (आइओए) ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट नीरज चोपड़ा को 75 लाख रुपये की पुरस्कार राशि सौंपी। यह पहली बार है जब आइओए ओलिंपिक पदक विजेताओं को पुरस्कार राशिद देकर प्रोत्साहन दे रहा है।
पहलवान रवि दहिया और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को टोक्यो में रजत पदक हासिल करने पर 50-50 लाख रुपये के पुरस्कार दिए गए। कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहाई और पहलवान बजरंग पूनिया को टोक्यो में कांस्य जीतने पर 25-25 लाख रुपये दिए गए।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस कार्यक्रम में कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम TOPS का विस्तार करने जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ियों को इसका फायदा हो सके। हम उम्मीद करते हैं कि जब 2024 ओलिंपिक के बाद ऐसा समारोह आयोजित किया जाए तो यहां (हाल) कोई जगह खाली ना हो।” इस मौके पर कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हाकी टीम के प्रत्येक सदस्य को 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया।
स्वर्ण विजेता चोपड़ा के कोच को 12.5 लाख रुपये, जबकि दहिया और मीराबाई के कोचों को 10 लाख रुपये दिए गए। कांस्य पदक विजेताओं के कोच को 7.5 लाख रुपये दिए। यह भी घोषणा की गई कि टोक्यो गए सभी 128 ओलिंपियनों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे। इस समारोह में टोक्यो ओलिंपिक के सभी पदक विजेता मौजूद थे।
खिलाड़ियों और कोचों के अलावा पदक विजेता राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को 30-30 लाख रुपये के चेक प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में आइओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने भी देश के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘ओलिंपिक से पहले कोविड-19 के कारण देश में काफी मायूसी छाई हुई थी, लेकिन टोक्यो ओलिंपिक में खिलाडि़यों के प्रदर्शन ने वह सब बदल दिया और आपने देश के लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है।’ चोपड़ा के कोच क्लास बार्टोनिट्ज और जयवीर चौधरी (पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में उनके कोच) इस आयोजन के लिए नहीं पहुंच सके थे।