नई दिल्ली, ब्यूरो। गत गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से हुई बातचीत ने अगर नई शुरुआत कर दी है तो इसका बड़ा असर पाकिस्तान में भी देखने को मिल रहा है। खास तौर पर प्रधानमंत्री इमरान खान इस संदर्भ में दोराहे पर खड़े नजर आ रहे हैं।
कश्मीर मसले पर अपने ही देश में घिरते जा रहे पाक प्रधानमंत्री इमरान खान
एक तो कश्मीर मसले पर अलग-थलग पड़ने से उनकी सरकार की बेचैनी सामने आने लगी है, दूसरे जिस तरह पाकिस्तानी विपक्षी दलों ने इमरान सरकार पर निशाना साधा है उससे उनकी घरेलू मुश्किलें भी बढ़ने के संकेत हैं।
पाक मीडिया का एक स्वर, कश्मीर पर पाकिस्तान अलग-थलग पड़ता जा रहा
भारत सरकार ने भी फिर स्पष्ट कर दिया है कि कश्मीर को लेकर पाकिस्तान से बातचीत का उसका कोई इरादा नहीं है। कश्मीर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्र शासित प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की वार्ता को लेकर पाकिस्तान के सारे समाचार पत्रों ने एक स्वर में लिखा है कि पाकिस्तान अलग-थलग पड़ता जा रहा है।
कश्मीर पर भारत के सामने झुकने पर विपक्षी दलों ने एक सुर से इमरान सरकार को दोषी ठहराया
पाकिस्तान के टीवी चैनलों में भी पिछले तीन दिनों से इसी मुद्दे पर परिचर्चा हो रही है और इसमें विपक्षी दल व विशेषज्ञ एक सुर से इमरान सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं कि वह कश्मीर के मुद्दे पर भारत के सामने झुक रहे हैं।
कश्मीर पर नई दिल्ली में पहली बार हुई बैठक में पाक की बात करने वाला कोई नहीं था
एक विशेषज्ञ ने यहां तक कहा कि वर्ष 1947 के बाद नई दिल्ली में पहली बार कश्मीर पर ऐसी कोई बैठक हुई जिसमें पाकिस्तान की बात करने वाला कोई नहीं था। अभी तक भारत सरकार कश्मीर में जब कोई राजनीतिक पहल करती थी तो उसमें हुर्रियत के लोगों से बातचीत भी एक पक्ष हुआ करता था। हुर्रियत के प्रतिनिधि वही बात करते थे जो उन्हें पाकिस्तान की तरफ से सिखाया-पढ़ाया जाता था।
कुरैशी ने प्रधानमंत्री मोदी की बैठक को ड्रामा करार दिया
पाकिस्तान का यह दर्द उनके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की शुक्रवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में भी सामने आया। कुरैशी ने भारतीय प्रधानमंत्री की तरफ से बुलाई गई बैठक को ड्रामा करार दिया। उन्होंने हुर्रियत नेताओं को इस बैठक से अलग रखने के मुद्दे को खास तौर पर उठाया।
अरिदम बागची ने कहा- जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला
कश्मीर पर पाकिस्तान में जारी परिचर्चा पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदम बागची का कहना है कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। जहां तक पाकिस्तान के साथ रिश्तों की बात है तो हमारा पक्ष पूरी तरह से स्पष्ट है।