नई दिल्ली
पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश की वजह से देश के ज्यादातर राज्यों में अधिकतम तापमान औसत से कम बना है। कई दिनों से भीषण गर्मी से भी जनता को राहत मिली हुई है। उत्तर पश्चिम भारत में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू होने वाला है। छह और सात मई को उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। इसके अलावा, अंडमान और निकोबार द्वीप में सात मई से नौ मई के बीच भारी से बहुत भारी बारिश होने वाली है।
IMD के अनुसार, अंडमान और निकोबार में सात और आठ मई को भारी से बहुत भारी बारिश होगी। इसके अलावा, सात मई को 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। यह गति बढ़कर 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ जाएगी। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे सात मई के बाद से नौ मई के बीच बंगाल की खाड़ी में न जाएं।
उत्तर पश्चिम भारत की बात करें तो पांच मई के बाद से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश का नया दौर आएगा। इसके अलावा, उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में छह और सात मई को बारिश, आंधी तूफान आ सकता है। पंजाब और हरियाणा में सात मई को ओले गिरने का अलर्ट है।
दक्षिण भारत में पांच दिनों तक बारिश
दक्षिण भारत की बात करें तो अगले पांच दिनों तक बारिश, बिजली कड़कना, तेज हवाएं आदि के जारी रहने का अलर्ट है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल में चार मई को भारी बारिश होगी। इसके अलावा, सात और आठ मई को साउथ इंटीरियर कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है। उत्तर पूर्वी भारत के राज्यों की बात करें तो अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश में चार और पांच मई को भारी बारिश हो सकती है। असम और मेघालय में चार मई को भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने पिछले 24 घंटे के मौसम के बारे में बताया है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में बुधवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से तीन से छह डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं, ओडिशा के तटीय इलाकों में सात मई के आसपास अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। आठ मई तक नॉर्मल से दो से चार डिग्री सेल्सियस तक अधिक तापमान जा सकता है। वहीं, अगले पांच दिनों तक देश के किसी भी हिस्से में हीटवेव चलने का अनुमान नहीं है।