राजनीति

कृषि उत्पादन बढ़ने के बजाय घटा क्यों होगी जांच, दोषियों पर लेंगे एक्शन: पटेल

 भोपाल

किसान कल्याण और कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि नर्मदापुरम में सिवनी मालवा प्रक्षेत्र में बीज और फार्म विकास निगम द्वारा संचालित कृषि फार्म में कम उत्पादन होने की जांच कराई जाएगी। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा और जांच रिपोर्ट में बीज निगम का जो अफसर दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

मंत्री पटेल ने सोमवार को विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में विधायक प्रेमशंकर वर्मा के सवाल के जवाब में यह सदन में यह घोषणा की। दिवंगतों के निधन पर श्रद्धांजलि के बाद दस मिनट तक स्थगित रहने के उपरांत जब सदन समवेत हुआ तो प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायक वर्मा ने कहा कि वर्ष 2018-19 से 2022-23 के बीच रबी फसल कितने एकड़ में बोई गई और कितना उत्पादन हुआ? यह जानकारी तो मंत्री ने दे दी लेकिन इसमें उत्पादन बढ़ने के बजाय घट क्यों रहा है? इसकी जानकारी नहीं है जबकि यहां बीज निगम के द्वारा उत्पादन किया जाता है। इस पर मंत्री पटेल ने कमेटी बनाने का ऐलान किया। इसी दौरान विधायक प्रवीण पाठक और बापूसिंह तंवर ने स्कूलों में फर्नीचर की कमी और अतिथि शिक्षकों के न होने से पढ़ाई प्रभावित होने का जिक्र किया। प्रश्नकाल खत्म होने के बाद मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश नगर पालिक विधि संशोधन अध्यादेश पटल पर रखा। इस दौरान सितंबर 2022 में सत्र की स्थगित बैठकें और 16 सितंबर 2020 एवं 17 सितंबर 2022 की प्रश्न उत्तर सूचियां तथा प्रश्नों के अपूर्ण उत्तरों के उत्तरों का संकलन भी पटल पर रखा गया।

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ध्यानाकर्षण में उठा दतिया पुल टूटने का मामला
सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विधायक घनश्याम सिंह ने दतिया जिले में सिंध नदी के पुल क्षतिग्रस्त होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि बड़ा पुल क्षतिग्रस्त होने से और आवागमन बंंद न करने से एक मोटरसाइकिल सवार उस पर से गुजर कर निकला और उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि अब सरकार ने दोनों और दीवार खड़ी कर आवागमन प्रतिबंधित किया है। डेढ़ साल में भी सरकार दूसरा पुल यहां नहीं बना पाई। इस पर मंत्री गोपाल भार्गव ने जवाब दिया।

किसानों को इच्छा के विपरीत बांट दिए बैल हाथ चलित कृषि यंत्र
सतना जिले में उप संचालक कृषि ने आदर्श ग्राम योजना के तहत बीपीएल श्रेणी के अनुसूचित जाति वर्ग के किसानों को उनकी इच्छा के विपरीत बैल चलित और हाथ चलित कृषि यंत्र प्रदान कर दिए।  किसानों की शिकायत पर अब संयुक्त संचालक कृषि विकास रीवा को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए है और जांच शुरु हो गई है। अनियमितता मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। कृषि मंत्री कमल पटेल ने विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। चतुर्वेदी ने पूछा था कि क्या सतना जिले में उप संचालक कृषि द्वारा अमानक स्तर के अनुपयोगी कृषि यंत्रों की खरीदी की गई है।  क्या 28 आदर्श गांवों में किसानों से खरीदी का हक छीना गया है और खरीदी पंजीकृत निर्माताओं से नहीं की गई। किसानों ने उड़ानीपंख मशीन और कटिया मशीन की मांग की थी लेकिन विभाग के अफसरों ने यह उपलब्ध नहीं कराई जबकि किसान अधिक खर्च होंने वाली राशि देने को तैयार थे। किसानों ने इसको लेकर 27 अक्टूबर को आंदोलन भी किया था।

निजी कंपनियों ने विपणन संघ और प्राथमिक समितियोें को दिया अमानक खाद
निजी कपंनियों ने विपणन संघ और प्राथमिक साख सहकारी समितियों को भी पिछले पांच साल में लाखों रुपए का अमानक खाद बेच दिया। जांच में 3 हजार 123  नमूने अमानक पाए गए। इसके लिए दोषी कंपनियों के विरुद्ध दस अमानक नमूनों के लिए एफआईआर दर्ज कराई गई है और पांच प्रकरणों में कोर्ट में वाद दायर किए गए है शेष में कारण बताओ नोटिस जारी कर उनके अमानक खाद का विक्रय प्रतिबंधित कर दिया गया। विधायक मेवाराम जाटव के सवाल के जवाब में कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि पिछले पांच वर्षो में  विपणन सहकारी संघ और प्राथमिक कृषि साख समितियों से 35 हजार 116 नमूने लिए गए जिसमें 3 हजार 123 नमूने अमानक पाये गए। उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षो में कुल 24 कंपनियों के खाद के नमूने अमानक पाए गए है। 

KhabarBhoomi Desk-1

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