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दिल्ली में आप पार्टी ने पहली ही लिस्ट में तीन मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए, अब दिखे बागी तेवर

नई दिल्ली
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने पहली ही लिस्ट में तीन मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। इनमें से एक विधायक ऋतुराज झा ने बागी तेवर अपनाते दिख रहे हैं। किराड़ी से लागतार दो बार विधानसभा चुनाव जीत चुके ऋतुराज झा ने बातचीत में कहा है कि वह 2025 में भी विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऋतुराज झा का टिकट काटकर पार्टी ने चंद दिनों पहले भाजपा से आए अनिल झा को उम्मीदवार बनाया है।

ऋतुराज झा ने तंज कसते हुए कहा कि पार्टी अरविंद केजरीवाल की है और टिकट भी अरविंद केजरीवाल का है। उन्होंने टिकट दिया था और उन्होंने ही काट भी दिया है। क्या ऋतुराज झा चुनाव लड़ने जा रहे हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'योद्धा कभी मैदान छोड़ते हैं क्या, मैदान-ए-जंग में योद्धा कभी मैदान छोड़ते हैं? हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी।' जब उनसे पूछा गया कि क्या वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे तो कहा, 'ऐसा मैंने नहीं कहा है। मैंने सिर्फ यह कहा है कि मैं चुनाव लड़ूंगा।' 'आप' के उम्मीदवार अनिल झा को लेकर उन्होंने कहा कि उस आदमी के लिए प्रचार क्यों करेंगे जिससे 10 साल लड़े हैं।

2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में ऋतुराज झा ने अनिल झा को मात दी थी। वह लगातार 10 साल से 'आप' आप के विधायक हैं। प्रवक्ता का भी पद संभालने वाले ऋतुराज की गिनती पूर्वांचल से आने वाले प्रमुख चेहरों में होती है। वह विधानसभा में भी अक्सर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए दिखते थे। लेकिन अब टिकट कट जाने से खिन्न हैं। वह अपने समर्थकों से विचार-विमर्श के बाद जल्द कोई फैसला ले सकते हैं।

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आम आदमी पार्टी को इस बार 10 साल की 'एंटी इनकंबेंसी' का भी सामना करना है। ऐसे में अटकलें हैं कि पार्टी बड़े पैमाने पर विधायकों के टिकट काट सकती है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जनता से मिले फीडबैक और जीत की संभावना को देखते हुए टिकटों का बंटवारा किया जाएगा। पार्टी ने पहली लिस्ट में जिन तीन विधायकों के टिकट काटे हैं उनमें ऋतुराज झा के अलावा सीलमपुर से अब्दुल रहमान और मटियाला से गुलाब सिंह हैं।

अब्दुल रहमान ने बातचीत में अधिक टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा कि वह परिवार में एक शादी को लेकर व्यस्त हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह आगे क्या करना है इसको लेकर वह विचार-विमर्श के बाद कोई फैसला लेंगे।

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