बीजापुर.
बीजापुर में शुक्रवार को एक बार फिर लाल आतंक को बड़ा झटका लगा है। 11 लाख रुपये के इनामी सहित पांच नक्सलियों ने नक्सल पंथ से तौबा करते हुए आत्मसमर्पण कर दिया है। इस वर्ष अब तक 189 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। वहीं, विभिन्न घटनाओं में शामिल 473 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
बस्तर आईजी, डीआईजी दंतेवाड़ा, सीआरपीएफ डीआईजी ऑप्स व पुलिस अधीक्षक बीजापुर के निर्देश पर जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत डीआरजी, बस्तर फाइटर, कोबरा व सीआरपीएफ के संयुक्त प्रयासों से तथा सरकार की पुनर्वास व आत्मसमर्पण नीति तथा जिले में चलाए जा रहे नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर पश्चिम बस्तर डिवीजन के कंपनी नम्बर 2 के सेक्शन ए सदस्य, पार्टी सदस्य, जनताना सरकार अध्यक्ष सहित 5 नक्सलियों ने नक्सलवाद की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताड़ना से तंग आकर शुक्रवार को पुलिस व सीआरपीएफ के आला अफसरों के सामने नक्सल पंथ से तौबा करते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों में संतु कोडमे, पायकु पुनेम, गुड्डू हपका, सोमारू माड़वी व भीमा कश्यप शामिल हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियों को आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत 25 – 25 हजार रुपये नकद प्रोत्साहन राशि प्रदाय की गई। इसी के साथ ही इस वर्ष अब तक 189 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। वहीं, विभिन घटनाओं में शामिल 473 नक्सलियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।