इस्लामाबाद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि यदि पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नीत गठबंधन सरकार निष्पक्ष आम चुनाव कराने के लिए उनके साथ कोई योजना साझा करती है तो वह अक्टूबर तक इंतजार करने के लिए तैयार हैं। मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख खान संसद में अपने खिलाफ एक अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर पिछले साल अप्रैल में प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ होने के बाद से शीघ्र राष्ट्रीय चुनाव कराने की मांग करते रहे हैं। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग अक्टूबर तक आम चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है।
क्रिकेट खिलाड़ी से राजनीतिक नेता बने खान ने कहा कि वह चुनावों के लिए अक्टूबर तक इंतजार करने को तैयार हैं, हालांकि उनका फैसला पीडीएम नीत गठबंधन सरकार की इच्छा पर निर्भर करता है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि गठबंधन सरकार उनके साथ कोई ‘रोडमैप’ साझा कर यह सुनिश्चित करती है कि हर चीज व्यवस्थित रूप से होगी, तब वह चुनावों के लिए अक्टूबर तक इंतजार कर सकते हैं।
वीडियो लिंक के जरिये अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए खान ने पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के आदेश को निरस्त करने और 14 मई को पंजाब विधानसभा चुनाव कराने संबंधी उच्चतम न्यायालय के फैसले की सराहना की।
शीर्ष न्यायालय के तीन न्यायाधीशों की पीठ ने राजनीतिक महत्व रखने वाले इस राज्य में चुनावों के लिए 14 मई की तारीख तय की है।
खान ने संभवत: पूर्व प्रधानमंत्री एवं पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘मौजूदा सरकार चुनावों से बचने के लिए हर तरकीब का इस्तेमाल कर रही है, जो लंदन योजना का हिस्सा है।’’
पिछले साल नवंबर में अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बाद से खान ‘लंदन योजना’ का जिक्र करते रहे हैं। उनके मुताबिक, इसमें उनकी हत्या की साजिश और एक नियुक्ति पर सहमत होने के बदले ‘भगोड़े’ नवाज शरीफ की सत्ता में वापसी के वादे करना शामिल है।
पाकिस्तान में पिछला आम चुनाव जुलाई 2018 में हुआ था और पाकिस्तान की मौजूदा नेशनल असेंबली का कार्यकाल अक्टूबर 2023 तक है।