लखनऊ
राम राज्य और राष्ट्रवाद 2024 के चुनावी रण में भाजपा के मुख्य हथियार होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर आगामी लोकसभा चुनाव का सियासी एजेंडा तय कर दिया। वो यहीं नहीं रुके, भाजपा की 50वीं वर्षगांठ के सहारे उन्होंने 2029 तक की कार्ययोजना बनाने का लक्ष्य भी दे दिया। पीएम ने कार्यकर्ताओं को हनुमान कहा तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें राष्ट्रवादी। भाजपा के यही हनुमान अब मोदी-योगी के राम राज्य और राष्ट्रवाद के एजेंडे को घर-घर पहुंचाएंगे।
भाजपा गुरुवार को 43 की हो गई। मिशन-2024 की तैयारी में जुटी पार्टी को प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर न सिर्फ चुनावी मंत्र दिया, बल्कि कार्यकर्ताओं को उनका बल भी याद दिलाया। राम काज कीन्हें बिनु, मोहि कहां विश्राम के उद्घोष से पीएम ने कार्यकर्ताओं को 2024 का टारगेट दे दिया। उन्हें हनुमान बताकर मनोबल भी बढ़ाया। यह भी स्पष्ट कर दिया कि पार्टी राम नामी पतवार से ही चुनावी वैतरणी पार करेगी। अयोध्या में आकार ले रहा भव्य राममंदिर भगवा खेमे की इस मुहिम को धार देगा।
इधर, सीएम योगी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए ट्वीट से स्पष्ट कर दिया कि पार्टी 2024 की राह पर राम नाम और प्रखर राष्ट्रवाद की जुगलबंदी के साथ आगे बढ़ेगी। कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने लिखा कि 'भाजपा के 43वें स्थापना दिवस की सभी राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई! राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के यशस्वी नेतृत्व में हम सभी 'सेवा ही संगठन' को चरितार्थ करते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
पखवारे के सहारे पिछड़े-दलितों पर नजर
भाजपा ने स्थापना दिवस के मौके पर सामाजिक न्याय पखवारे की भी शुरू की है। इस पखवारे के सहारे पार्टी की निगाह पिछड़े और दलित वोटों पर है। एक ओर 11 को महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती तो दूसरी ओर 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती पर विभिन्न आयोजन कर पार्टी अपने इस एजेंडे को आगे बढ़ाएगी।