नईदिल्ली
आम लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अगले सप्ताह से खाने के तेल की कीमतें कम होने वाली हैं। दरअसल, देश की ज्यादातर खाद्य तेल कंपनियों ने सरकार की सलाह के बाद खाना पकाने के तेल की कीमतों में 6% तक की कमी करने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद फॉर्च्यून, धारा और जेमिनी जैसे ब्रांड के खाद्य तेल की कीमतें 20 रुपये तक कम हो जाएंगी। वहीं, उद्योग संगठन एसईए (सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) ने बताया है कि आने वाली तिमाही में भी तेल के दाम घटेंगे। कहने का मतलब है कि आगे भी तेल की कीमतों में राहत मिलेगी।
किन कंपनियों ने किया ऐलान?
गौतम अडानी समूह की कंपनी अडानी विल्मर ने तेल की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की है। अडानी विल्मर फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचती है। कंपनी सोया, सन, सरसों, राइस ब्रान, मूंगफली और बिनौले का तेल बेचती है। वहीं, जेमिनी एडिबल और फैट्स इंडिया ने कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने का फैसला किया है। इसके अलावा मदर डेयरी धारा ब्रांड के तहत खाद्य तेल की कीमतों में तत्काल प्रभाव से 15-20 रुपये प्रति लीटर की कटौती करेगी। मदर डेयरी ने आखिरी बार पिछले साल जुलाई में कीमतों में कमी की थी।
कब से मिलेगा फायदा?
संशोधित कीमतों के साथ धारा ब्रांड के खाद्य तेल के नए स्टॉक अगले सप्ताह तक बाजार में आने की उम्मीद है। वहीं, करीब तीन हफ्ते में ग्राहकों को अडानी विल्मर और जेमिनी एडिबल की कीमतों में कटौती का फायदा मिलेगा।
क्या आगे भी आएगी गिरावट?
उद्योग संगठन एसईए (सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता के मुताबिक अगली तिमाही में खाद्य तेल की कीमतों में और गिरावट आने की संभावना है। एसईए के प्रेसिडेंट अजय झुनझुनवाला के मुताबिक पिछले छह महीनों में वैश्विक कीमतों में लगातार गिरावट आई है। खासकर पिछले 60 दिनों में मूंगफली, सोयाबीन और सरसों की बंपर फसल के बावजूद घरेलू कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुरूप नहीं आई हैं। मौजूदा बाजार के माहौल को देखते हुए घरेलू बाजार में कीमतें ज्यादा हैं। ऐसे में तेल कंपनियों पर कीमतों में कटौती का दबाव बढ़ गया था। बता दें कि पिछले साल भी खाद्य तेलों की खुदरा कीमतों में गिरावट आई थी लेकिन गिरावट वैश्विक कीमतों में गिरावट की तुलना में कम रही है।