रायपुर। राजधानी में शासकीय शराब दुकानों में कार्य करने के लिए बेरोजगारों में जबरदस्त होड़ देखने को मिल रहा है लेकिन यहाँ नियम कायदे को दरकिनार करते हुए योग्यता के बदले लाखों रुपए लेकर शराब दुकानों में कार्य करने के लिए भर्ती करवाई जा रही है।
अगर आपके पास हैं एक से डेढ़ लाख तो फिर आप शराब दुकानों में कार्य करने योग्य बन सकते हैं। दरअसल BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सेक्योरिटी इंडिया लिमिटेड) कंपनी जिसे शासकीय शराब दुकानों में लड़कों की भर्ती का जिम्मा इसी प्लेसमेंट एजेंसी को सौपा गया है| इस कंपनी के कुछ कर्मचारियों द्वारा आपसी मिलीभगत से आयोग्य व्यक्तियों को योग्य बता कर शराब दुकानों में कार्य करने के लिए लगवाया जा रहा है। बता दें कि स्नातक किया हुआ व्यक्ति शराब दुकानों में सुपरवाइजर योग्य माना जाता है लेकिन प्लेसमेंट कंपनी BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सेक्योरिटी इंडिया लिमिटेड) के एरिया मैनेजर अमित शर्मा की पहुंच कंपनी के आला अधिकारियों तक हैं इसके आलावा अमित शर्मा को नए आबकारी अधिकारी के भी संरक्षण की बाते विश्वशनीय सूत्र बतला रहे है।
आरोप हैं कि एरिया मैनेजर अमित शर्मा BIS कंपनी के आला अधिकारियों के साथ मिलकर कुछ आयोग्य व्यक्तियों को शराब दुकानों में कार्य करने योग्य बना कर शराब दुकानों पर पदस्थ करवाते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमित शर्मा ने हाल ही में रायपुर के भाटागांव स्थित अंग्रेजी शराब दुकान में विकास कुर्रे नामक व्यक्ति को सुपरवाइजर के पद पर तैनात किया है जो की इसके पूर्व में स्टेशन रोड स्थित दूकान में सुपरवाइजर के पद पर पर था। उससे इस एवज में रुपए भी लिए जाने की बात सामने आ रही हैं। वही उच्च अधिकारियों से संबंध अच्छे होने के कारण अमित शर्मा को किसी का डर भी नहीं है। अमित शर्मा वैसे तो ट्रांसपोर्ट नगर सर्कल के एरिया मैनेजर हैं लेकिन इनके संबंध ऊपरी अधिकारियों से इतने अच्छे हैं की ये साहब जिले के जिस भी दुकान में चाहेंगे उस दुकान में अपने पसंदीदा व्यक्तियों को नौकरी पर लगवा सकते हैं। सूत्रों की माने तो भाटागांव स्थित अंग्रेजी शराब दुकान में विकास कुर्रे नामक व्यक्ति को सुपरवाइजर के पद पर तैनात किया गया है उसकी बारहवीं की मार्कसीट भी फर्जी है ,जिसे उच्च अधिकारियो के द्वारा जांच करने पर साफ़ साफ़ इस मामले पर से पर्दा उठाया जा सकता है।