
हनोई (एपी)। अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने चीन के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए वियतनाम से यूएस को ज्वाइन करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि हमें चीन पर दबाव बढ़ाने के लिए विकल्पों की तलाश करनी पड़ेगी। इसके अलावा चीन को संयुक्त राष्ट्र के बनाए समुद्री नियमों को मानने के लिए बाध्य करना होगा। आपको बता दें कि कमला हैरिस इन दिनों दक्षिण पूर्वी एशिया के दौरे पर वियतनाम में हैं। उन्होंने ये बयान वियतनाम के राष्ट्रपति गुयेन जुआन के साथ द्विपक्षीय मामलों पर हुई वार्ता के दौरान दिया है। इससे पहले उन्होंने अपने सिंगापुर के दौरे पर भी इसी तरह का बयान दिया था।
मंगलवार को हैरिस ने सिंगापुर में दक्षिण चीन सागर में चीन की मौजूदगी को जबरदस्ती करार दिया था। उन्होंने ये भी कहा था कि वो दुनिया को इसके लिए धमका भी रहा है। वहीं अब एक दिन बाद ही अमेरिका ने वियतनाम को अपने साथ मिलाने का दांव खेल दिया है। हैरिस ने ये भी साफ कर दिया है कि अमेरिका अपने और अपने सहयोगियों के हितों की रक्षा के लिए यहां पर अतिरिक्त कोस्ट गार्ड भेजेगा। गौरतलब है कि दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर अमेरिका इसके दावेदारों को अपने साथ मिलाने की कोशिश में लगा हुआ है।
आपको बता दें कि दक्षिण चीन सागर के रास्ते हर वर्ष अरबों डालर का व्यापार होता है। ये रास्ता पूरी दुनिया के लिए छोटे और अहम रास्तों में से एक है। इसकी रणनीतिक दृष्टि से भी काफी अहमियत है। यही वजह है कि चीन ने यहां पर मानव निर्मित द्वीपों पर अपनी नौसेना के लिए स्थायी ठिकाने तैयार किए हैं। वहीं अमेरिका और अन्य देश मानते हैं कि ये स्वतंत्र इलाका है जहां से कोई भी जहाज बिना रोकटोक गुजर सकता है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि दक्षिण चीन सागर पर चीन वियतनाम के अलावा भी करीब छह अन्य देश अपनी दावेदारी बताते हैं
इसके अलावा हैरिस ने दक्षिण पूर्वी एशिया में महामारी को देखते हुए यहां के लिए नया सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन खोलने की घोषणा की है। इस सेंटर के जरिए इस क्षेत्र महामारी को रोकने की ट्रेनिंग देने और ग्लोबल हेल्थ सर्विस से निपटने की जानकारी दी जाएगी। गौरतलब है कि वियतनाम इन दिनों कोरोना महामारी से पीडि़त है और वहां पर डेल्टा वायरस के कई मामले सामने आ रहे हैं। बढ़ते मामलों की वजह से वहां की स्वास्थ्य सेवाओं पर काफी दबाव है।
इतना ही नहीं यहां पर वैक्सीनेशन की रफ्तार भी काफी कम है। देश का बिजनेस हब कहे जाने वाले ची-मिन सिटी कोरोना महामारी का केंद्र बन चुका है। इसकी वजह से यहां पर लाकडाउन लगाना पड़ा है, जिससे सरकार को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हैरिस ने वियतनाम को वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने में मदद का वादा किया है। फिलहाल यहां पर अब तक केवल 2 फीसद लोगों को ही वैक्सीन लग सकी है।