रायपुर
पिछले दिनों जिन कांग्रेस नेताओं के घर ईडी ने छापेमारी की थी उन्होने सामूहिक पीसी लेकर कहा कि ईडी प्रदेश में आॅपरेशन कमल में लगी है,उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी प्रदेश में आॅपरेशन कमल में लगी है। दोनों नेताओं ने कहा कि ईडी को खुलासा करना चाहिए, कि किस प्रकरण की जांच कर रही है, और जिन लोगों के यहां छापेमारी की गई है। उनके यहां अब तक क्या बरामदगी हुई है?
ईडी ने खनिज निगम के अध्यक्ष देवांगन, महापौर एजाज ढेबर, सन्नी अग्रवाल, और अचल भाटिया सहित कई अन्य लोगों के यहां छापेमारी की थी। ये सभी सोमवार को राजीव भवन में मीडिया से रूबरू हुए। खनिज निगम के चेयरमैन देवांगन ने कहा कि ये जानकारी आई है कि छापे की शुरूआत किसी कोयले प्रकरण की वजह से हो रही है। मगर वो न तो कोयले के व्यापार से जुड़े हैं, और न ही उनका परिवार कोयले के कारोबार में है। खनिज निगम के चेयरमैन जरूर हैं, लेकिन वहां भी कोयले का कारोबार नहीं है।देवांगन ने आगे कहा कि ऐसे में उनके यहां किस उद्देश्य से छापेमारी की गई है। यह अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि वो प्रदेश की भाजपा सरकार को उखाड़कर फेंकने के लिए भूपेश बघेल के साथ काम करते रहे हैं। उन्हें महाधिवेशन में अहम जिम्मेदारी दी गई। छापेमारी महाधिवेशन को प्रभावित करने की कोशिश थी। उन्होंने कहा कि लगातार छापेमारी हो रही है। उन्होंने कहा कि छापों का डर नहीं है, लेकिन किसके यहां कितनी संपत्ति मिली है। क्या बरामद हुआ है, यह बताना चाहिए?
महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि उनके यहां छापे डाले गए, लेकिन किस वजह से छापेमारी की गई। यह ईडी के अफसर नहीं बता पाए। उन्होंने कहा कि ईडी की टीम उनके यहां सर्च वारंट लेकर आई थी, लेकिन उनके भाई के यहां भी जाकर सारे समान को उलट-पुलट कर दिया। यह सब किसके इशारे पर हो रहा है। यह बताना चाहिए। अन्य नेताओं ने भी अपनी बात रखी।