भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के किसानों और ग्रामीण जन से कहा है कि वे गांवों में लगने वाले शिविरों में लाड़ली बहना योजना के फार्म भराएं। इसके लिए गांवों में शिविर लगाए जा रहे हैं। चौहान ने कहा कि दूसरे राज्यों से सटे सीमावर्ती गांवों के लोग यह ध्यान रखें कि उनके गांव की ही महिला को लाड़ली बहना योजना का फार्म भराया जाए, दूसरे राज्यों की महिलाओं के नाम के फार्म नहीं भरे जाएं। इसे रोकना सरंपचों और ग्राम सभा के लोगों की भी जिम्मेदारी है।
सीएम चौहान ने ये बातें रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश की सभी 23 हजार ग्राम पंचायतों की ग्राम सभाओं को संबोधित करते हुए कहीं। चौहान ने ग्राम सभाओं को लाड़ली बहना योजना की जानकारी देते हुए इसके प्रचार प्रसार के लिए भी कहा। चौहान ने कल ही कलेक्टरों से कहा है कि प्रदेश के ऐसे जिले जो अन्य प्रांतों की सीमा से लगे हुए हैं, वहां प्रदेश के बाहर के आवेदक योजना का लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे प्रयास नियम विरूद्ध हैं, ऐसे आवेदनों को किसी भी स्थिति में स्वीकृत नहीं किया जाएगा। गलत जानकारी देकर पड़ोसी राज्यों के आवेदक योजना का लाभ नहीं ले सकते। सीमावर्ती जिले में यह ध्यान रखें कि बाहर के आवेदक न आएं। कलेक्टर्स ऐसे मामलों पर नजर रखें और आवश्यक कार्यवाही करें। ग्राम सभा को भी इसके लिए सतर्क रहने के लिए कहा गया।
तीन दिन में तीन जिलों में लाड़ली बहना के कार्यक्रम
सीएम अगले तीन दिनों में तीन जिलों में लाड़ली बहना योजा के प्रचार प्रसार के लिए पहुंचने वाले हैं। इसमें 3 अप्रैल को बैतूल, 4 अप्रैल को खण्डवा और 5 अप्रैल को शहडोल जिले के ब्यौहारी में सम्मेलन होना तय हुआ है। बैतूल जिले में भू-आवासीय अधिकार योजना के हितग्राहियों को भी सीएम लाभान्वित करेंगे। वहीं शहडोल जिले के ब्यौहारी में तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस राशि भी प्रदान की जाएगी।