
शंघाई, रॉयटर्स: यूरोप के बाद अब चीन में मूसलाधार बारिश के कारण दो बांध ढहने की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद से अभी तक किसी तरह की जनहानी की पुष्टी नहीं की गई है। बांध ढहने ये हादसा रविवार दोपहर चीन के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र इनर मंगोलिया में हुआ है।
पुराने निर्माण चिंता का विषय
देश के जल संसाधन मंत्रालय ने बताया कि, इनर मंगोलियाई शहर हुलुनबुइर में 46 मिलियन क्यूबिक मीटर की संयुक्त जल भंडारण क्षमता वाले जलाशय बनाए गए थे, जो रविवार दोपहर ढह गए। उन्होंने गर्मियों के मौसम के दौरान बाढ़ के खतरे के मद्देनजर पुराने निर्माणों को लेकर चिंता जाहिर की है। साथ ही बताया जा रहा है कि, हादसे के बाद बांध से नीचे के ओर रह रहे लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
16हजार के ज्यादा लोग प्रभावित
हुलुनबुइर प्रशासन ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी है की, बांध ढहने के बाद आई बाढ़ के कारण करीब 16हजार 660 लोग प्रभावित हुए हैं। साथ ही, 3लाख 26 हजार 622 एमयू (53,807 एकड़) खेत पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं। उन्होंने बताया की, शहर के बुनियादी ढांचे को बड़ी तादाद में नुकसान पहुंचा है। सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई वीडियो फुटेज के मुताबिक हादसे का शिकार हुए दो बांधों में से, एक पूरी तरह से तबाह हो गया। जिसके चलते आस-पास के खेत पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं। गौरतलब है कि, चीन में 98हजार से ज्यादा जलाशय हैं। जिनका इस्तेमाल बाढ़ को नियंत्रित करने, बिजली पैदा करने और शिपिंग के लिए किया जाता है। उनमें से 80फीसदी बांध चार दशक या उससे भी ज्यादा पुराने है।
जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंता
बीते दिनों देश के उप जल संसाधन मंत्री वेई शानझोंग ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा था की, वित्तीय संसाधनों की कमी के चलते करीब एक तिहाई बांधों का जरूरी सुरक्षा मूल्यांकन नहीं हुआ है। बीते कुछ हफ्तों को दौरान विश्व के कई बड़े देशों में प्राकृतिक आपदा के कई मामले देखे गए हैं। जिसमें यूरोप में बाढ़ और उत्तरी अमेरिका में हीटवेव जैसे मामलों को देखते हुए जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंता बढ़ने लगी है।