छत्तीसगढ़

सरकारी स्कूलों में बस्ताविहीन दिवस में बच्चे सीख रहे बागवानी के हुनर

रायपुर

नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को व्यवसायिक शिक्षा से जोडने के उद्देश्य से प्रत्येक विद्यालयों में शनिवार को बस्ताविहीन कार्यक्रम में बागवानी के हुनर सिखाए जा रहे है। स्कूलों में मध्यान्ह भोजन को पौष्टिक बनाने के लिए किचन गार्डन विकसित किया जा रहा है।

रायपुर संभाग में अब तक 1603 किचन गार्डन विकसित किया जा चुका है। इसमें प्राथमिक विद्यालयों में 1046 और पूर्व माध्यामिक विद्यालयों में 557 किचन गार्डन विकसित हो चुके हैं। बच्चे एक ओर व्यवसायिक शिक्षा के अंतर्गत बागवानी का महत्व समझ रहें हैं, वहीं दूसरी ओर किचन गार्डन विकसित हो जाने से बच्चों को मध्यान्ह भोजन में भी ताजी सब्जियां मिल रही हैं। रायपुर संभाग के अंतर्गत सभी जिलों में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी से विद्यालय परिसर को सुंदर और आकर्षक बनाया जा रहा है। स्कूलों में किचन गार्डन से विद्यार्थियों को नियमित रूप से पौष्टिक सब्जियां और फल मिल रहे हैं। यह किचन गार्डन निश्चित रूप से बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक हो रहा है।

संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा रायपुर संभाग ने बताया कि शेष विद्यालयों में भी जल्द ही कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रायपुर जिले के तिल्दा विकासखंड में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भरुआडीह कला, गरियाबंद जिले में पूर्व माध्यामिक शाला लिमडीह और पूर्व माध्यामिक शाला खैरझिटी, धमतरी जिले में पूर्व माध्यामिक शाला शकरवारा, बलौदाबाजार जिले में प्राथमिक शाला मुसुआडीह में विद्यालय परिवार और शाला प्रबंधन समिति के सहयोग से आदर्श पोषण वाटिका विकसित की गई है। संभाग में इस तरह की और भी वाटिका तेजी से तैयार हो रही है।

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