दुर्ग
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब में सपाट तौर पर कहा कि एक आदेश पर पूरे सूबे की मदिरालय बंद हो जाएंगे, शर्त यह है कि छत्तीसगढ़ के नागरिक इसका सेवन करना छोड़ दें। राजस्व से अधिक मुझे सूबे की जनता अधिक प्यारी है। उन्होंने कहा कि यहां पर उपस्थित लोग यह शपथ लें कि वे मदिरा का सेवन आज से नहीं करेंगे और इसे हमेशा के लिए त्याग देंगे। यही बात गुडाखू करने वालों पर भी लागू होती है। मैं एक आदेश पर शराबबंदी कर देता हूं।
दुर्ग में भेंट मुलाकात के दौरान एक महिला ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश में शराबबंदी किए जाने की मांग की। महिला ने कहा, शराब सेवन से कई परिवार परेशानी में हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब ही नहीं समर्पण नशा बंदी की बात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे एक आदेश पर प्रदेश में शराबबंदी हो जाएगी, लेकिन लाकडाउन के दौरान हमने देखा है जब पूरा देश बंद था तो भी अवैध शराब की बिक्री हो रही थी, क्योंकि लोग इसका सेवन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लाकडाउन में शराब नहीं मिलने पर रायपुर में सैनिटाइजर का सेवन से तीन लोगों को मौत हो गई थी। बिलासपुर में भी एक दवा का सेवन से लोगों को मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि जनता के जान से बढ़कर कोई चीज नहीं है, लेकिन लोग भरोसा दिलाएं कि शराब सेवन नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब ही नहीं संपूर्ण नशाबंदी की बात होनी चाहिए। लाकडाउन में शराब ही नहीं लोगों ने गुड़ाखू भी ऊंची कीमत पर खरीद कर उसका सेवन किया। नशाबंदी के लिए सामाजिक जागरूकता की जरूरत है।
भेंट-मुलाकात के दौरान एक महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि कका गैस सिलिंडर की कीमत कम करवा दो, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी कीमत केंद्र में बैठी सरकार तय करती है, राज्य सरकार नहीं। उन्होंने कहा कि पहले गैस सिलिंडर के दाम बढ़ते थे तो स्मृति ईरानी और सरोज पांडेय धरना पर बैठ जाते थे। मुख्यमंत्री ने उक्त महिला से कहा कि दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल आएंगे तो उनसे कहना कि गैस सिलिंडर के दाम कम करवा दें।