मध्यप्रदेश

सभी मंत्रियों और प्रमुख सचिवों को फालोअप करने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर जीआईएस समिट में आए निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए सभी मंत्रियों और प्रमुख सचिवों को फालोअप करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर समिट मध्यप्रदेश की प्रगति का सूर्योदय है। इसलिए समिट में जो ऐलान किए गए हैं, उसके आदेश संबंधित विभाग जारी करें और फालोअप करके अपने विभाग में आने वाले निवेश की रिपोर्ट तैयार करें। इसकी समीक्षा अगले सप्ताह की जाएगी कि किस विभाग को मिले प्रस्ताव पर कितना काम हुआ है और कहां निवेश की तैयारी अगले चरण में पहुंचेगी।

सीएम चौहान ने ये निर्देश रविवार को जीआईएस समिट की समीक्षा के दौरान दिए। रविवार को बैठक के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने जीआईएस के सफल आयोजन के लिए अफसरों को बधाई देते हुए कहा कि वे पहले की भांति हर सोमवार निवेशकों से भेंट करेंगे। इसलिए जिन विभागों से संबंधित निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं उन विभागों के  मंत्री,अफसर अपने विभाग  को प्राप्त निवेश प्रस्तावों का फालोअप करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस फालोअप और उसमें आई प्रगति की समीक्षा अगले सप्ताह करेंगे। उन्होंने कहा कि निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतारने लगातार कार्य होगा। बैठक में प्रमुख सचिव उद्योग संजय शुक्ला ने प्रजेंटेशन दिया।

इंदौर की तर्ज पर भोपाल में भी बनेगा कन्वेंशन सेंटर
सीएम चौहान ने कहा कि इंदौर में हुई समिट मध्यप्रदेश की प्रगति का सूर्योदय है। ऐसा उत्साह पहले नहीं देखा गया। सीएम ने कहा निवेश के लिये निवेशकों में उत्साह है, इस वातावरण का लाभ उठाया जाए। सीएम ने कहा कि प्लग एंड प्ले सुविधा, नोटिफाइड एरिया में अनुमति की जरूरत नहीं होगी और तीन साल तक कोई निरीक्षण न किए जाने के फैसलों के विधिवत आदेश जारी किए जाएं। बैठक में इंदौर की तर्ज पर भोपाल में भी एक कन्वेंशन सेंटर बनवाने पर चर्चा हुई। मीटिंग से कई मंत्री और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस वर्चुअली जुड़े। वहीं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, भारत सिंह कुशवाहा, उषा ठाकुर बैठक में शामिल हुए।

विन्ध्य में पहली बार बड़े निवेश प्रस्ताव
जीआईएस समिट में राज्य सरकार को प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में 15.42 लाख करोड़ निवेश के प्रस्ताव मिले हैं जिससे 29 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इसमें सबसे खास बात यह है कि विन्ध्य क्षेत्र को पहली बार किसी समिट से भारी निवेश मिलने की स्थिति बनी है। हालांकि यहां सीमेंट इंडस्ट्री, एनर्जी समेत कई सेक्टर में बड़े उद्योग चल रहे हैं पर समिट के दौरान निवेशकों ने इतनी रुचि इसके पहले नहीं दिखाई। इस बार यहां मालवा के बाद दूसरे नम्बर पर निवेश की इच्छा जताई गई है। समिट में आए प्रस्तावों के अनुसार मालवा, निमाड़ में 6 लाख 95 हजार 258 करोड़ रुपए, विन्ध्य क्षेत्र के रीवा, शहडोल संभाग में 2 लाख 88 हजार 179 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव मिला है। इसी तरह जबलपुर-सागर संभाग के लिए में 2 लाख 41 हजार 898 करोड़, भोपाल-नर्मदापुरम में 1 लाख 65 हजार 59 करोड़, ग्वालियर, चंबल संभाग में 1 लाख 52 हजार 147 करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।

 

KhabarBhoomi Desk-1

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