
रायपुर, एएनआइ। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सड़कों की बदहाली पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर खड़े होकर ‘संगीतमय विरोध प्रदर्शन’ किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों से चुने गए प्रतिनिधियों की पसंद को लेकर सवाल किया गया और पूछा कि यह ‘किसने’ किया?
आप कार्यकर्ताओं ने गा कर किया विरोध प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में घंटाघर चौराहे पर अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। आप कार्यकर्ताओं ने लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की पसंद पर सवाल उठाते हुए सड़कों की खस्ता हालत पर गाना गाकर प्रदर्शन किया। बता दें कि यह प्रदर्शन कोरबा जिले के अलग-अलग स्थानों पर पिछले 3 दिनों से चल रहा है। घंटाघर चौराहे पर आप कार्यकर्ताओं का संगीतमय विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें आप कार्यकर्ता ने सड़क किनारे खड़े होकर माइक्रोफोन लिए हुए, ‘ऐसी ही सड़क पाओगे’ बोल बनाकर गाने गा रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने सड़क की बदहाल हालत पर टिप्पणियां करते हुए लोगों द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों की पसंद पर भी सवाल उठाया। इस बीच सड़कों पर लोगों का आवागमन जारी रहा।
आप के प्रदेश प्रवक्ता विशाल केलकर ने कहा
सड़कों की बदहाली और मरम्मत को लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उठाए गए सवालों पर आप के प्रदेश प्रवक्ता विशाल केलकर ने बताया कि कार्यकर्ता विरोध के अलावा लोगों में जागरूकता पैदा कर रहे हैं। लोग आवाज उठाने से हिचकिचाते हैं, इसलिए खराब सड़कों की हालत को देखते हुए कार्यकर्ता आम जनता की आवाज बनने का भी प्रयास कर रहे हैं। विशाल केलकर ने कहा, ‘पिछले पांच सालों से, हमें एक जगह से दूसरी जगह आने-जाने में बहुत परेशानी हो रही है और पूरा कोरबा जिला एक द्वीप में परिवर्तित हो गया है। अगर हम इलाज के लिए या फ्लाइट पकड़ने के लिए कोरबा से रायगढ़, बिलासपुर या रायपुर जाना चाहते हैं, तो यह एक चुनौती है और हमें खुद को परेशानी के लिए मानसिक रूप से तैयार करने की आवश्यकता है। खंड गड्ढों से भरे हुए हैं और उसके अलावा कोई सड़क नहीं है। बरसात के मौसम में, वे कीचड़ से भरे होते हैं और यह न केवल एक ऊबड़-खाबड़ सवारी है बल्कि घातक दुर्घटनाओं का कारण भी रहा है कुछ सड़कों में घुटने तक गहरे गड्ढे हो गए हैं’। आप कार्यकर्ताओं द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों पर उठाए गए सवाल को लेकर विशाल केलकर ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों ने जनता को हल्के में लिया है।