
नई दिल्ली, एजेंसियां। छत्तीसगढ़ का राजनीतिक पारा इस समय गर्म है। छत्तीसगढ़ में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच आज छत्तीसगढ़ के CM बघेल और असन्तुष्ट चल रहे मंत्री टीएस सिंहदेव सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के कई आला नेताओं के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव फिलहाल दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। मंगलवार देर रात तक सीएम बघेल और सिंहदेव ने अलग-अलग नेताओं से मुलाकात की। चर्चा है कि बघेल की कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हो सकती है। इसके साथ ही राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ भी बैठक होगी।
कांग्रेस उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर गंभीर है। यही कारण है कि मंगलवार शाम को रायपुर लौटने की योजना टालते हुए मुख्यमंत्री बघेल को दिल्ली में ही रोक लिया गया है। बुधवार को उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना नहीं
कांग्रेस हाईकमान ने साफ संकेत दे दिया है कि छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता की कमान को लेकर चल रही अंदरूनी रस्साकशी में हस्तक्षेप करते हुए पार्टी हाईकमान ने दोनों नेताओं को आपसी मतभेद दूर करने को कहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ भूपेश बघेल और सिंहदेव की हुई लंबी बैठक में सूबे के दोनों दिग्गजों के आपसी खींचतान पर लंबी चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में शिकवा और शिकायतों को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ। ऐसे में समाधान निकालने के लिए आगे भी हाईकमान संवाद का सिलसिला जारी रखेगा।
पिछले महीने हुआ था विवाद
पिछले महीने विधानसभा के मानसून सत्र से ठीक पहले विधायक बृहस्पत सिंह ने टीएस सिंहदेव पर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया था। इन आरोपों से सिंहदेव इतने दुखी हुए थे कि उन्होंने आरोपों के संबंध में सरकार की ओर से सफाई आए बिना विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया था। बाद में बृहस्पत सिंह ने आरोपों के लिए सदन में माफी मांगी। सरकार की ओर से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा- सिंहदेव पर लगाए गए आरोप निराधार थे। उसके बाद ही सिंहदेव वापस लौटे। उसके बाद सिंहदेव दिल्ली जाकर अपनी बात रख आए थे। इसके बाद ही राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को बुलाकर आमने-सामने बात करने का फैसला किया।