न्यूयार्क , एएनआइ। म्यांमार पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने बयान दिया। भारत ने को म्यांमार पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव पर वोटिंग से खुद को अलग कर लिया। भारत का कहना है कि प्रस्तावित मसौदे से यह असहमत है और पड़ोसी होने के नाते रचनात्मक दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है। इस मामले के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय प्रयासरत है।
बता दें कि UNGA ने म्यांमार पर एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया था कि 8 नवंबर, 2020 के आम चुनाव के नतीजों के जरिए आम लोगों की इच्छा का म्यांमार के सशस्त्र बलों को सम्मान करना चाहिए ताकि देश में इमरजेंसी के हालात खत्म हों और लोगों के मानवाधिकार को सम्मान मिल सके। इस मसौदे पर 119 देशों ने वोटिंग में सहमति (हां) दी वहीं बेलारूस ने असहमति (नहीं) जताई। इसके अलावा भारत, चीन और रूस समेत 35 अन्य देशों ने वोटिंग से किनारा कर लिया।
म्यांमार पर पांच सूत्रीय सहमति और आसियान की पहल का संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी दूत तिरुमूर्ति ने स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘हमारे बीच की राजनयिक गतिविधियों का मकसद इन प्रयासों को और मजबूत करना होगा। हम हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई और कानून को बरकरार रखने का आह्वान करते हैं।