राजनीति

राहुल गांधी को वायनाड से दे सकते हैं टक्कर अनिल एंटनी

 नईदिल्ली

कांग्रेस के दिग्गज नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए. पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन की मौजूदगी में दिल्ली में पार्टी ज्वाइन की.बीजेपी ने अपने स्थापना दिवस पर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है. क्योंकि अनिल के पिता पिता एके एंटनी सोनिया गांधी के करीबी हैं.

हालांकि अनिल के बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें तभी से लग रही थी, जब इस साल 25 जनवरी को उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी. इसके बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि अब उनके पिता एके एंटनी क्या कदम उठाएंगे. इसके साथ ही ये सवाल भी है क्या वो वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ेगे, जहां से साल 2019 में राहुल गांधी सांसद बने थे.

बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री बनी थी इस्तीफे की वजह

उनके इस्तीफे की वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री ( India: the Modi question) थी. इस डॉक्यूमेंट्री को केंद्र सरकार ने बैन कर दिया गया था. इसको लेकर केंद्र सरकार विपक्ष के निशाने पर आई थी. वहीं एके एंटनी के बेटे ने डॉक्यूमेंट्री के विरोध को गलत ठहराया था. 24 जनवरी को उन्होंने ट्वीट किया था कि BJP से तमाम मतभेदों के बावजूद के हिसाब से जो भी लोग एक देश के स्टेट-स्पॉन्सर्ड चैनल को भारत की संस्थाओं के ऊपर रख रहे हैं, वो हमारी संप्रभुता को नीचा दिखा रहे हैं.

अनिल एंटनी को कांग्रेस के लोगों ने किया ट्रोल

इसके अगले दिन 25 जनवरी 203 को उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था. उन्होंने इसकी वजह पार्टी के लोगों द्वारा की गई ट्रोलिंग को बताया था. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि मुझे ट्वीट डिलीट करने के को लेकर लगातार फोन आ रहे थे. फेसबुक पर भी यही हाल है. बता दें कि इस मुद्दे पर सपोर्ट करने के लिए उन्होंने शशि थरूर का शुक्रिया करते हुए कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला था. उन्होंने लिखा कि अब मुझे ये पता चल गया है कि कांग्रेस के नेतृत्व को सिर्फ चाटुकार और चमचे पसंद हैं. जो बिना किसी सवाल के काम करें. . चापलूसी करना मेरिट का इकलौता पैमाना बन गया है.

राहुल को वायनाड से जिताने में निभाई थी अहम भूमिका

लोकसभा चुनाव 2029 में केरल के वायनाड से राहुल गांधी को जिताने में अनिल एंटनी ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का डिजिटल वॉर रूम तैयार करने के साथ-साथ उन्होंने राहुल गांधी के लिए वायनाड संसदीय क्षेत्र का सोशल मीडिया हैंडल भी संभाला था.

पार्टी से इस्तीफा देने से पहले वह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की डिजिटल मीडिया और एआईसीसी की सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन सेल में कन्वीनर थे. वो यूएसए के स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं, इसके साथ-साथ वो सफल बिजनसमैन भी हैं.

पिता एके एंटनी के पास हैं बड़े पद

बीजेपी ज्वाइन करने वाले अनिल एंटनी के पिता 8 सालों तक कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में रक्षा मंत्री रहे. वो तीन बार केरल के मुख्यमंत्री की गद्दी संभाल चुके हैं, वो 20 सालों तक कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रहे. फिलहाल वो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के अध्यक्ष हैं, इसके अलावा वो कांग्रेस कार्य समिति, कांग्रेस कोर ग्रुप और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य भी हैं.

 

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