
बलरामपुर
जिला प्रशासन द्वारा अवैध धान परिवहन पर सतत निगरानी रखी जा रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की ओर से एक ट्रक में अवैध रूप से धान लाए जाने की जानकारी प्राप्त होते ही प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ट्रक को पकड़ा। जानकारी के अनुसार ट्रक नंबर सीजी 29 एएफ 0480 में लगभग 400 बोरी अवैध धान लोड था, जिसे बिना वैध दस्तावेजों के जिले की सीमा में लाया जा रहा था। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रक को रोका, सामग्री की जांच की और धान को कब्जे में लेकर वाहन को संबंधित थाने के सुपुर्द कर दिया है।
अवैध गतिविधि पर पुलिस की निगरानी
अनुविभागीय अधिकारी नीर नंदेहा ने कहा है कि जिले में धान खरीदी सीजन के दौरान प्रत्येक स्तर पर अवैध गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही है। चेक पोस्टों पर निगरानी को और अधिक सुदृढ़ किया गया है। उन्होंने कहा है कि आगे भी अवैध परिवहन, भंडारण गतिविधियों पर सतत निगरानी रखते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सभी अंतरराज्यीय सीमाओं एवं चेक पोस्टों पर चौकसी को और मजबूत करते हुए 24 घंटे निगरानी की जा रही है। इसके तहत संदिग्ध वाहनों, परिवहन गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक जिले में कुल 76 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिनमें 10654.10 क्विंटल अवैध धान एवं 29 चार पहिया वाहन व 10 दोपहिया कुल 39 वाहनों को जब्त किया गया है, जो कि प्रशासन की सतत निगरानी तथा संयुक्त दलों की सक्रियता का परिणाम है।
कलेक्टर ने सुबह चेक पोस्ट का किया निरीक्षण
कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने रविवार सुबह विकासखण्ड वाड्रफनगर से लगे अंतरराज्यीय चेक पोस्ट धनवार का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने चेक पोस्ट में तैनात कर्मचारियों से जांच प्रक्रिया तथा सुरक्षा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने धान के अवैध परिवहन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर कटारा ने कहा कि धान खरीदी के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता या अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अवैध परिवहन पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने चेक पोस्ट पर वाहनों की जांच प्रक्रिया, सीसीटीवी, वाहनों के प्रवेश-निकास पंजी तथा कर्मचारियों की ड्यूटी सूची का भी अवलोकन किया। उन्होंने चेक पोस्ट में संबंधितों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे हर स्थिति में सतर्क रहें और आने-जाने वाले सभी वाहनों की सघन जांच सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि यदि किसी वाहन में धान या अन्य कृषि उपज परिवहन का संदेह हो, तो उसकी पूरी जांच करें।






