नई दिल्ली
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) के लिए बड़ी खुशखबरी है। निर्वाचन आयोग ने 'आप' को अब राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। राष्ट्रीय पार्टी बनने से 'आप' को एक-दो नहीं बल्कि 5 बड़े फायदे मिलेंगे। वहीं, चुनाव आयोग ने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए इनका दर्जा घटाकर क्षेत्रीय पार्टियों का कर दिया है। भाकपा को भी क्षेत्रीय दल का दर्जा दिया गया है। देश में अब भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत 6 राष्ट्रीय दल हैं। आयोग ने कहा कि 'आप' को चार राज्यों दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में चुनावी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है। 'आप' दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है।अरविंद केजरीवाल ने 'आप' की स्थापना नवंबर 2012 में की थी और इसने 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव तथा 2022 में पंजाब में शानदार जीत हासिल की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 'आप' को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने पर कहा कि इतने कम समय में राष्ट्रीय पार्टी बनना किसी चमत्कार से कम नहीं है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ''इतने कम समय में राष्ट्रीय पार्टी? ये किसी चमत्कार से कम नहीं। सबको बहुत बहुत बधाई। देश के करोड़ों लोगों ने हमें यहां तक पहुंचाया। लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है। आज लोगों ने हमें ये बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। हे प्रभु, हमें आशीर्वाद दो कि हम ये जिम्मेदारी अच्छे से पूरी करें।''
इन दलों को लगा बड़ा झटका
वहीं, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) का राष्ट्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया। आयोग के अनुसार, यूपी में रालोद, आंध्र प्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी को दिया गया राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया गया है। आयोग ने कहा, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस को हाल में नगालैंड और मेघालय में हुए चुनावों में प्रदर्शन के आधार पर राज्य स्तर के दल का दर्जा दिया गया है।
चुनाव आयोग के अनुसार, देश में अब छह दल- भाजपा, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और 'आप' ही राष्ट्रीय पार्टी हैं।
नियमों के अनुसार, एक राजनीतिक दल को एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए उसे चार या अधिक राज्यों में एक मान्यता प्राप्त राज्य पार्टी होना चाहिए (या) लोकसभा में 2 प्रतिशत सीटें होनी चाहिए।
राष्ट्रीय दर्जा मिलने पर ये फायदे
● दिल्ली में दफ्तर के लिए भूमि मिलेगी
● एक चिह्न पर देश में चुनाव लड़ सकेंगे
● चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों की संख्या असीमित होगी
● रेडियो और डीडी चैनल पर प्रचार के लिए समय मिलेगा
● आयोग चुनाव संबंधी नीतियां बनाने के लिए दल से विमर्श करेगा