बिहार

वैशाली में मां-बेटे की हत्या, शवों को झाड़ियों में फेंका, पहचान छिपाने के लिए एसिड से जलाया चेहरा

वैशाली

वैशाली के जंदाहा थाना क्षेत्र स्थित धधुआ लंका टोला गांव में शनिवार को मां व बेटे की हत्या के बाद फेंके गए शव के मिलने से सनसनी फैल गई। हत्यारों ने साक्ष्य को छिपाने के लिए दोनों के चेहरे को तेजाब डालकर जलाने की कोशिश की थी।

झाड़ियों में मिले मां-बेटे के शव
गांव के प्रदीप सिंह के घर के पीछे झाड़ी में मिले शव को सुबह कुछ लोगों ने देखा। दोनों की पहचान उसके परिजनों ने हाजीपुर सदर अस्पताल में देर शाम की। दोनों महुआ के विशनपुर मधौल निवासी थे। जंदाहा के अवर निरीक्षक अमर कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महिला की उम्र 35 और उसके बेटे की उम्र 12 थी। सरपंच बच्चा बाबू सिंह ने बताया कि सुबह में कुछ महिलाएं बगल के खेत में गेहूं काटने गई थीं। इसी बीच दोनों शवों पर उनकी नजर पड़ी। लोगों की मांग पर दोपहर में एफएसएल की टीम पहुंची व नमूने इकट्ठा कर ले गई। मौके पर जंदाहा थानाध्यक्ष विश्वनाथ राम, पीएसआई कुमार अभिषेक आदि मौजूद थे।

चेहरा जलाकर पहचान मिटाने की कोशिश
मृतक का पिता पप्पू ठाकुर ने बताया कि उन्होंने पुत्री एवं नाती के गायब होने को लेकर 25 मार्च 2023 को महुआ थाना में एक लिखित आवेदन दिया था। उन्होंने उनकी पुत्री चंचल देवी की शादी वर्ष 2010 में महुआ थाना के विशनपुर मधौल निवासी अरविंद ठाकुर के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही बेटी के साथ ससुरालवाले मारपीट करते थे। जिसके बाद ससुराल जाकर पुत्री एवं दामाद को समझाया था। कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक रहा। इस दौरान उनकी पुत्री को 2 पुत्र हुए। बताया गया है कि बड़ा पुत्र आशिक कुमार 8 वर्ष मां के साथ रहता था। जबकि छोटा पुत्र आशीष कुमार नाना के साथ रहता है।

मृतका ने पिता को बताई थी आपबीती
25 मार्च 2023 को उनकी पुत्री ने फोन पर ससुराल वालों द्वारा 24 मार्च की रात में मारपीट किए जाने एवं जान से मारने की धमकी दिए जाने की जानकारी दी थी। सुबह में बात करने के कुछ देर बाद ही उनकी पुत्री का मोबाइल बंद हो गया। जब वह अपनी पुत्री के ससुराल पहुंचे तो ससुराल वालों ने बताया कि उनकी पुत्री यहां नहीं है। उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। बताया गया है कि उनकी पुत्री एवं नाती उसी वक्त से गायब थे।

मामले की जांच में जुटी पुलिस
जंदाहा थानाध्यक्ष विश्वनाथ राम ने बताया कि पोस्टमार्टम में प्रतिनियुक्त चौकीदार को मृतक के स्वजनों द्वारा पहचान किए जाने पर शव प्राप्ति का दस्तावेज बनाकर शव सुपुर्द किए जाने का निर्देश दिया गया है। वहीं इस मामले पर थानाध्यक्ष विश्वनाथ राम का कहना है कि हाजीपुर सदर अस्पताल में पहुंचे मृतका के पिता ने बेटी व नाती के रूप में शवों की पहचान की। मामले की जांच की जा रही है।

 

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button