नई दिल्ली
भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि अगले सप्ताह से हीटवेव शुरू हो सकती है। आईएमडी ने 13 से 19 अप्रैल के बीच उत्तर पश्चिम और पूर्वी राज्यों में लू की संभावना जताई है। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली, यूपी, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में आज से तापमान बढ़ रहा है। हालांकि अगले पांच दिन लू की संभावना तो नहीं है लेकिन, अगले सप्ताह से लू हो सकती है। अचानक से गर्मी क्यों बढ़ रही है? आईएमडी ने इसका कारण बताया है।
आईएमडी का कहना है कि अगले पांच दिन मौसम बदलने वाला है। हालांकि अभी लू की संभावना नहीं है लेकिन, सर्दी और ठंड के दिन फिलहाल लद चुके हैं और गर्मियां शुरू हो चुकी है। आईएमडी ने इस साल अप्रैल से मई के बीच भीषण गर्मी की संभावना जताई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार पिछले साल का रिकॉर्ड भी टूटेगा। आईएमडी का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ अब खत्म हो चुका है और फिलहाल अभी बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक, 13 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच लू की प्रबल संभावना है।
यहां है लू का खतरा
मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली, यूपी, बिहार, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश समेत उत्तर पश्चिम और पूर्वी राज्यों में लू की प्रबल संभावना है। लू 13 से 19 अप्रैल के बीच हो सकती है। अगले पांच दिन गर्मी तो बढ़ेगी लेकिन, लू अगले सप्ताह से हो सकती है।
पिछले साल हीटवेव के 190 दिन
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि गर्मी के दिन हर साल बढ़ रही है। 2022 में 190 हीट वेव दिनों की सूचना मिली। 2021 की तुलना में छह गुना अधिक। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, 1901 के बाद से 2022 पांचवां सबसे गर्म वर्ष रहा। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट यह भी बताती है कि अत्यधिक गर्मी और उमस की स्थिति के कारण मजदूरों के कामों में कटौती की वजह भारत को 2030 तक जीडीपी का 2.5-4.5% नुकसान होगा।
5 राज्यों में लू सबसे ज्यादा
मौसम विभाग की रिपोर्ट बताती है कि 5 राज्यों – पंजाब, राजस्थान, झारखंड, हरियाणा और दिल्ली में लू देश में सबसे ज्यादा रही। साल 2022 में लू झेलने वाले में अकेले इन पांच राज्यों का 57% हिस्सा है। 2021 में इनकी हिस्सेदारी 38% थी।
पिछले साल इन तीन राज्यों ने नहीं झेली लू
मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि साल 2022 में तीन राज्य कर्नाटक, असम और हिमाचल लू नहीं झेल पाए। इन राज्यों में एक भी दिन लू का प्रकोप नहीं हुआ।