नईदिल्ली
अतीक अहमद और उसके बेटे ऊमर के खिलाफ आरोप तय हो गए हैं. मामला प्रॉपर्टी डीलर से मारपीट से जुड़ा है. दोनों के खिलाफ ये मामला साल 2018 में दर्ज हुआ था. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अतीक अहमद की पेशी हुई.लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में अतीक अहमद और उसके बेटे उमर अहमद पर सीबीआई की तरफ से दाखिल की गई याचिका पर आरोप तय किए गए.
अभी सजा का ऐलान नहीं किया गया है. अतीक आज साबरमती जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ा था, जबकि अतीक अहमद के बेटे उमर को लखनऊ जेल से सीबीआई कोर्ट लाया गया.
पेशी से लखनऊ जेल जाते हुए अतीक के बेटे उमर ने आजतक से कहा कि घर की महिलाओं को फंसाया जा रहा है. गौरतलब है कि उमेश पाल मर्डर केस में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी आरोपी हैं. कल ही फरार चल रही अतीक की पत्नी शाइस्ता को कानूनी झटका लगा है. कोर्ट ने शाइस्ता की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी.
क्या है मनीष जायसवाल अपहरण केस?
2018 में अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद था. इसी दौरान अतीक अहमद और उनके बेटे उमर पर लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल को अगवा करने का आरोप लगा. एफआईआर के मुताबिक, 26 दिसंबर, 2018 को बिल्डर मोहित को सरेआम अगवा कर लिया था. मोहित को उसी गाड़ी से देवरिया जेल ले जाया गया था. आरोप है कि अतीक अहमद ने मोहित की बंधवाकर पिटाई करवाई. साथ ही उनकी दो कंपनियों को जबरन अपने गुर्गों के नाम करवा लिया.
इस मामले के सामने आने के बाद अतीक अहमद को देवरिया जेल से बरेली जेल ट्रांसफर कर दिया गया था. इसके बाद चुनावों को देखते हुए अतीक को नैनी जेल भेज दिया गया था. उसके सुप्रीम कोर्ट ने कारोबारी का अपहरण करवाने के आरोपी अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल में ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था. इसके साथ ही कारोबारी मनीष जायसवाल के अपहरण केस की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी गई थी.
दो लाख का इनाम घोषित होने पर उमर ने किया था सरेंडर
लखनऊ के व्यापारी मोहित जायसवाल को अगवा कर देवरिया जेल में पिटाई के मामले में अतीक अहमद के बड़े बेटे उमर की तलाश में लखनऊ पुलिस, यूपी एसटीएफ और बाद में सीबीआई तक खाक छानती रही. उमर पर दो लाख का इनाम घोषित किया गया, लेकिन उमर अहमद को कोई नहीं पकड़ पाया और उसने 23 अगस्त 2022 को उसने अपने मनमाफिक ढंग और वक्त पर लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया.