कन्नूर
केरल में एक एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी की घटना के संदिग्ध को महाराष्ट्र के रत्नागिरी से पकड़े जाने के बाद बृहस्पतिवार को सड़क मार्ग से दक्षिणी राज्य लाया गया। ट्रेन में आग लगाए जाने की इस घटना में एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी।
संदिग्ध शाहरुख सैफी को कोझिकोड लाए जाने के दौरान कुछ नाटकीय घटनाक्रम हुए। सैफी को ला रहे पुलिस के वाहन ने तड़के केरल में प्रवेश किया, लेकिन इसके कुछ ही देर बाद इसका एक पहिया फट गया और वाहन का इस्तेमाल नहीं किया जा सका।
इसके बाद सड़क के किनारे एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद कन्नूर जिले की एडक्कड़ पुलिस ने एक अन्य वाहन का प्रबंध किया, लेकिन वह वाहन भी चालू नहीं हो पाया, जिससे यात्रा में और देर हुई। फिर एक अन्य वाहन का प्रबंध करना पड़ा, जिसके बाद ही पुलिस दल संदिग्ध को लेकर कोझिकोड रवाना हो सका।
महाराष्ट्र के आतंकवाद-रोधी दस्ते ने बुधवार को संदिग्ध को पकड़ा था।
एक अज्ञात व्यक्ति ने दो अप्रैल की रात को ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें आग लगा दी थी। यह घटना तब हुई जब ट्रेन एलाथुर के नजदीक कोरापुझा पुल पर पहुंची। इस घटना में नौ लोग झुलस गए थे जो विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
आग लगने के बाद ट्रेन से लापता हुई एक महिला, एक शिशु और एक पुरुष के शव रविवार देर रात एलाथुर रेलवे स्टेशन के पास पटरियों से बरामद हुए। पुलिस का मानना है कि आग के बाद वे ट्रेन से गिर गए होंगे या नीचे उतरने के प्रयास में गिरे होंगे।