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भोपाल के 2 विद्यार्थी प्रेरणा कार्यक्रम से जुड़े

भोपाल के 2 विद्यार्थी प्रेरणा कार्यक्रम से जुड़े

केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय का कार्यक्रम बच्चों को विरासत से जुड़ने का देता है मौका

भोपाल

केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने "प्रेरणा" एक अनुभावात्मक शिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। भोपाल के 2 विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम से जुड़ने का मौका मिला है। इन विद्यार्थियों ने कार्यक्रम से अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करने के साथ एक अच्छे नागरिक बनने के गुण भी सीखे हैं।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के प्रेरणा कार्यक्रम में भोपाल के चयनित 2 विद्यार्थी छात्रा मुस्कान मालवीय पीएमस्कूल बरखेड़ा और छात्र आशुतोष द्विवेदी महात्मा गांधी सीएम राइज स्कूल पिपलानी ने 7 दिन गुजरात के बड़नगर में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इनके साथ शिक्षक सुभूमेश्वरी पारधी ने भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

अनुभावात्मक शिक्षण कार्यक्रम

प्रेरणा कार्यक्रम भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों और मूल्य आधारित शिक्षा के दर्शन को एकीकृत करने की एक मजबूत प्रतिबद्धता से प्रेरित है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की आधारशिला है। यह कार्यक्रम आईआईटी गांधीनगर द्वारा तैयार किया गया है। प्रेरणा स्कूल का पाठ्यक्रम 9 मूल्य विषयों पर आधारित है। इनमें स्वाभिमान और विनय, शौर्य और साहस, परिश्रम और समर्पण, करूणा और सेवा, विविधा और एकता, सत्यनिष्ठा और सुचिता, नवाचार और जिज्ञासा, श्रद्धा और विश्वास के साथ स्वतंत्रता और कर्त्तव्य भी शामिल हैं। यह मूल्य युवाओं को देश का आदर्श नागरिक बनने में प्ररेणा देगा। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण के दौरान देश के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी भी शामिल होते हैं। चयनित विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न राज्यों से आये बच्चों के बीच में एक-दूसरे की संस्कृति, परंपराओं और विरासत को समझने का मौका मिलता है। विद्यार्थियों में विशेष रूप से वृद्धजनों के प्रति श्रद्धा की भावना जागृत करने के प्रयास किये जाते हैं। इन विद्यार्थियों को आस-पास के पुरातत्व महत्व के स्थलों का भी भ्रमण कराया जाता है।

प्रधानमंत्री का पत्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल से गये विद्यार्थियों और शिक्षक से अनुभव जाने हैं। उन्होंने पत्र लिखकर प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अनुभव को अन्य विद्यार्थियों के साथ साझा करने की बात भी कही है।

 

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