मध्यप्रदेश

मकर संक्रांति से पहले पतंगबाजी की शुरूआत, पुलिस प्रतिबंधित चाइना डोर की तलाश में निकली और बाजारों में की सर्चिंग

उज्जैन

उज्जैन प्रशासन ने दिसंबर माह की शुरूआत होते ही 2 माह के लिये चाइना डोर पर प्रतिबंध का आदेश जारी कर दिया था। पिछले कुछ सालों में चाइना डोर से पतंग उड़ाने के दौरान गंभीर हादसे होना सामने आ चुके है। 2 साल पहले जीरो पाइंट ब्रिज पर प्रतिबंधित डोर से गला कटने पर छात्रा नेहा आंजना की मौत हो गई थी। कई लोगों की जान खतरे में पड़ चुकी है।

मकर संक्रांति पर चाइना डोर का उपयोग ना हो, इसको लेकर पुलिस सख्त दिखाई दे रही है। प्रतिबंधित आदेश का उल्लंघन करने वाले 12 से 15 लोगों को पकड़ा जा चुका है। अब मकर संक्रांति को 1 दिन का समय बचा है। अब पतंगबाजी का नजारा जमकर दिखाई दे रहा है। पुलिस ने भी त्यौहार को सद्भावना के साथ पूरा कराने और चाइना डोर की तलाश में सर्चिंग की।

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सीएसपी ओपी मिश्रा, खाराकुआ टीआई राजकुमार मालवीय, महाकाल थाना एएसआई चंद्रभानसिंह टीम के साथ तोपखाना और छत्रीचौक पतंग बाजार में पहुंचे। बाजार में उपलब्ध मांझे की जांच की गई। पुलिस के साथ वी केयर फाउंडेशन के सदस्य भी मौजूद थे। उन्होंने ‘सावधानी से मनाये सद्भावना का त्यौहार, चाइना डोर का करे पूर्ण बहिष्कार’ के बैनर को दिखाते हुए जागरूकता फैलाने का काम किया।

पतंग उड़ाने वालों का चेक किया मांझा
बाजारों में सर्चिंग के साथ ही पुलिस महाकाल क्षेत्र की कालोनियों और मोहल्लों की छतों पर पहुंची। पतंगबाजी करने वालों के मांझे की जांच की गई। पुलिस ने छतों से चाइना डोर से पतंग नहीं उड़ाने का अनाउंसमेंट किया। बच्चों और युवाओं ने चाइना डोर से पतंग नहीं उड़ाने की बात कहीं। सर्चिंग के साथ तलाशी अभियान में पुलिस का प्रयास सार्थक दिखाई दिया।

सूत के धागों से बने गट्टो की बढ़ी ब्रिकी
चाइना डोर पर लगे प्रतिबंध और पुलिस की बढ़ती निगरानी के बीच एक बार फिर पतंग उड़ाने के लिये सूत के धागों से बने गट्टो की ब्रिकी बढ़ गई है। पिछले 8-10 सालों में सूत का धागा विलुप्त सा हो गया था। रविवार को अवकाश का दिन होने और संक्रांति को 2 दिन का समय बचा होने पर सूत के धागों को सूतने का काम जमकर चलता दिखाई दिया। बाजार में एक हजार मीटर धागे का गट्टा 50 रुपए में सूता जा रहा है। लाल मस्जिद चौराहा, गीता कालोनी, तोपखाना क्षेत्र में चकरे चल रहे है।

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