भोपाल
केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रगति को ट्रेक करने के लिये ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (APAAR) अपार आईडी बनाने के निर्देश दिए है। अपार आईडी को 'वन नेशन-वन स्टूडेंट आईडी के नाम से भी जाना जाता है। प्रदेश में एक करोड़ 45 लाख बच्चों के अपार आईडी तैयार किये जाएंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के शासकीय और अशासकीय स्कूलों में अपार आईडी बनाने के लिये जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये है। इस काम तेज गति लाने के लिये पूरे प्रदेश में 9 और 10 दिसम्बर को विशेष अभियान चलाया गया। अपार आईडी से शिक्षा ग्रहण करने की कागजी प्रक्रियाओं में होने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। यदि कोई छात्र स्कूल बदलता है चाहे राज्य के भीतर उसका सारा डेटा अपार आईडी के द्वारा नये स्कूल में स्थानांतरित हो जायेगा। छात्रों को दस्तावेज या स्थानांतरण प्रमाण-पत्र देने के आवश्यकता नही होगी।